Geeta GPT : आ गया Gita GPT, यहां मिलेंगे भगवद गीता से जुड़े सभी सवालों के जवाब, जानिए कैसे करें यूज.

Nirali Vaghasiya
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Geeta GPT

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Geeta GPT : अब चैटजीपीटी पर आधारित एआई चैटबॉट के जरिए भगवान कृष्ण से करें बात. गीता जीपीटी उपयोगकर्ताओं को उनकी रोजमर्रा की समस्याओं के लिए “गीता से परामर्श” करने की अनुमति देता है। प्लेटफ़ॉर्म उपयोगकर्ताओं को प्रश्न पूछने की सुविधा देता है जिसका AI चैटबॉट भगवद गीता से परामर्श लेकर उत्तर देता है। Artifical Intelligence का उपयोग करके बनाए गए कई चैटबॉट दुनिया भर में प्रमुखता प्राप्त कर रहे हैं.

Geeta GPT
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ChatGPT, जिसे पिछले साल नवंबर में लॉन्च किया गया था. अब एक गूगल इंजीनियर ने एआई-चैटबॉट का अपना संस्करण लॉन्च किया है जिसे ‘गीताजीपीटी’ के नाम से जाना जाता है. चैटबॉट ट्विटर पर अपने विवरण के अनुसार, एआई के माध्यम से आधुनिक दुनिया में भगवद गीता का ज्ञान लाता है.

कभी-कभी ज़िंदगी की मुश्किलें हमारा ऐसा इम्तेहान लेती हैं कि हमें कोई रास्ता नहीं सूझता. अक्सर हम ये कहते सुने जाते हैं कि दिमाग काम नहीं कर रहा. इसी निराशा को सहारा दिया है कि. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस यानी AI के इस दौर में गूगल के एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर ने गीता जीपीटी तैयार किया है.जो आपकी जिंदगी की परेशानियों का समाधान गीता की शिक्षाओं के जरिए करेगा

क्या है इस चैटबॉट की खासियत? – (Geeta GPT)

Geeta GPT – इस चैटबॉट का ज्ञान भगवत गीता पर आधारित है. यानी इस चैटबॉट में जो डेटा फीड किया गया है वो भगवत गीता से जुड़ा हुआ है. गीता जीपीटी चैटबॉट GPT-3 पर आधारित है.ये चैटबॉट आपको रोजमर्रा की जिंदगी में होने वाली परेशानियों के सवालों का जवाब भगवत गीता के हिसाब से देगा.उदाहरण के लिए अगर आप अपनी रोजमर्रा की जिंदगी से परेशान हैं या नाखुश रहते हैं. तो आप इस गीता जीपीटी से खुश रहने के उपाय पूछ सकते हैं.साथ ही ये भी जान सकते हैं कि भगवत गीता के अनुसार खुशी या हैप्पीनेस क्या है?

GitaGPT क्या और कैसे काम करता है – (Geeta GPT)

Geeta GPT
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Geeta GPT – भारत में बना एक AI चैटबॉट है जो भगवद गीता के अनुसार हमारे सवालों का जवाब देता है। गीता जीपीटी को गूगल इंडिया के इंजीनियर सुकुरु साई विनीत ने बनाया है। गीता GPT, GPT-3 से संचालित AI चैटबॉट है। गीता GPT, GPT-3 (Generative Pre-Trained Transformer) मॉडल पर काम करता है। यानी गीता GPT OpenAI के GPT-3 मॉडल के API (Application programming interface) का इस्तेमाल करती है।

इसके साथ ही भगवद गीता के 18 अध्याय और 700 श्लोक भी जोड़े गए हैं, जो गीता GPT भगवद गीता के अनुसार हमारे प्रश्नों का उत्तर देती है। उदाहरण के लिए, चैटबॉट से ब्रेकअप होने या उससे उबरने आदि से जुड़ी सलाह आदि मांगी जा सकती है. इसके जवाब के लिए चैटबॉट आपको गीता में दिए गए सबसे प्रासंगिक छंद और विश्लेषण के साथ जवाब प्रस्तुत करेगा.

GitaGPT और ChatGPT में क्या है अंतर – (Geeta GPT)

Geeta GPT, GPT-3 संचालित AI चैटबॉट है जो भगवद गीता के अनुसार हमारे सवालों का जवाब देता है। गीता GPT को भगवद गीता के 18 अध्याय और 700 श्लोक पर ट्रेंड किया है। इसलिए जब भी हम गीता GPT से प्रश्न पूछते हैं, तो यह गीता के उपदेशों के आधार पर हमें उत्तर देता है, और इसमें ‘गीता से परामर्श’ की सुविधा उपलब्ध है।

Geeta GPT
Geeta GPT

वहीं ChatGPT वास्तव में एक एंडवांस AI चैटबॉट है। यह हमारे सवालों का सीधा जवाब दे सकता है साथ ही यह चैटबॉट हमारे लिए लेख, कहानियां, कविता और कोड लिख सकता है। लेकिन ChatGPT डेटा केवल 2023 से पहले का है।

गीता GPT भारत में निर्मित प्रथम चैटबॉट है। भारत अमेरिका के बाद दूसरा देश है, जिसके पास खुद का ChatGPT की तरह AI ChaBot है। जैसा कि मैंने पहले बताया कि आज हम AI के युग में जी रहे हैं इसलिए हमें खुद को और अपने कौशल को अपडेट करने की जरूरत है। अभी AI हमारे काम खत्म नहीं कर सकता लेकिन हमें हर स्थिति के लिए तैयार रहना चाहिए। अब, इस लेख को समाप्त करने का समय आ गया है, और मुझे आशा है कि आपको मेरा यह आर्टिकल पसंद आया होगा, और आप इस आर्टिकल को अपने परिवार और दोस्तों के साथ अवश्य साझा करें।

केवल गीता की बातें ही बता पाएगी Gita GPT – (Geeta GPT)

Geeta GPT – सरल भाषा में आप ये समझ लीजिए कि आप भगवत गीता से अपने सवालों के जवाब इसके जरिए पा सकते हैं.तो आप भी हो जाइये तैयार, आपकी हर परेशानी और हर समस्या का गीता की रोशनी में  मिलेगा समाधान. हालांकि गीता जीपीटी आपको सिर्फ गीता आधारित ज्ञान की बातें ही बता पाएगी. अगर आपने इससे हटकर सवाल किए तो जवाब नहीं मिल सकेगा.

गीता जीपीटी के लाभों में से एक है भगवद गीता व्याख्यानों को उपयोगकर्ता की सटीक पूछताछ और मांगों के अनुसार अनुकूलित करने की इसकी क्षमता है. उदाहरण के लिए, यदि कोई उपयोगकर्ता आंतरिक शांति के मार्ग के बारे में पूछताछ करता है, तो चैटबॉट प्रासंगिक धर्मग्रंथों के साथ-साथ उन्हें अपने जीवन में कैसे लागू किया जाए, इस पर विचार भी प्रदान कर सकता है. इसके अलावा, गीता जीपीटी विशिष्ट स्थितियों पर सलाह दे सकती है, जैसे दुःख से निपटना या किसी के उद्देश्य की खोज करना.

जानें क्या है भगवद गीता? – (Geeta GPT)

Geeta GPT – महाभारत युद्ध आरम्भ होने के ठीक पहले भगवान श्रीकृष्ण ने अर्जुन को जो उपदेश दिया वह श्रीमद्भगवद्गीता के नाम से प्रसिद्ध है। यह महाभारत के भीष्मपर्व का अंग है। गीता में 18 अध्याय और 700 श्लोक हैं। आज से (सन 2023) लगभग 5168 वर्ष पूर्व (3145 ई.पू.) पहले गीता का ज्ञान बोला गया था। गीता की गणना प्रस्थानत्रयी में की जाती है, जिसमें उपनिषद् और ब्रह्मसूत्र भी सम्मिलित हैं।

अतएव भारतीय परम्परा के अनुसार गीता का स्थान वही है जो उपनिषद् और धर्मसूत्रों का है। उपनिषदों को गौ (गाय) और गीता को उसका दुग्ध कहा गया है। इसका तात्पर्य यह है कि उपनिषदों की जो अध्यात्म विद्या थी, उसको गीता सर्वांश में स्वीकार करती है। उपनिषदों की अनेक विद्याएँ गीता में हैं। जैसे, संसार के स्वरूप के संबंध में अश्वत्थ विद्या, अनादि अजन्मा ब्रह्म के विषय में अव्ययपुरुष विद्या, परा प्रकृति या जीव के विषय में अक्षरपुरुष विद्या और अपरा प्रकृति या भौतिक जगत के विषय में क्षरपुरुष विद्या। इस प्रकार वेदों के ब्रह्मवाद और उपनिषदों के अध्यात्म, इन दोनों की विशिष्ट सामग्री गीता में संनिविष्ट है। उसे ही पुष्पिका के शब्दों में ब्रह्मविद्या कहा गया है।

महाभारत के युद्ध के समय जब अर्जुन युद्ध करने से मना करते हैं तब श्री कृष्ण उन्हें उपदेश देते है और कर्म व धर्म के सच्चे ज्ञान से अवगत कराते हैं। श्री कृष्ण के इन्हीं उपदेशों को “भगवत गीता” नामक ग्रंथ में संकलित किया गया है।

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